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*राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पट्टी कला को भौतिक विकास हेतु मिलेगा 25 लाख का विकास अनुदान,* *भविष्य की उड़ान योजना बनी प्रेरणा* *सवाई माधोपुर, 12 मई।* जिले के राजकीय विद्यालयों की आधारभूत संरचना को मजबूत बनाने के लिए शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन के संयुक्त प्रयास रंग ला रहे हैं। जिला कलक्टर शुभम चौधरी द्वारा प्रारंभ किए गए अभिनव कार्यक्रम ‘भविष्य की उड़ान’ से प्रेरणा लेते हुए राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पट्टी कला बामनवास में जनसहयोग से ज्ञान संकल्प पोर्टल के माध्यम से प्राप्त की गई राशि का चैक मुख्यमंत्री जनसहभागिता विद्यालय विकास योजनान्तर्गत अंशदान जमा करवाने हेतु प्रधानाचार्य कालूराम मीणा द्वारा जिला कलक्टर शुभम चौधरी को मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कृष्णा शर्मा, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक समग्र शिक्षा दिनेश कुमार गुप्ता एवं अन्य अधिकारीगण की उपस्थिति में सौंपा गया। *जनभागीदारी से शिक्षा में बदलाव:-* एडीपीसी दिनेश कुमार गुप्ता ने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में आमजन की भागीदारी सुनिश्चित करने और विद्यालयों की आधारभूत सुविधाओं को बेहतर बनाने हेतु जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग द्वारा ‘भविष्य की उड़ान’ कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत जिले के विभिन्न विद्यालयों में जनसहयोग एवं राज्य सरकार के माध्यम से परिवर्तनकारी कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जनसहभागिता विद्यालय विकास योजना के साथ भविष्य की उड़ान कार्यक्रम के संयोजन से जिले में शिक्षा क्षेत्र में व्यापक सुधार हो रहे हैं। विद्यालयों में स्मार्ट कक्षाएं, पुस्तकालय, शौचालय, पेयजल, फर्नीचर जैसी मूलभूत सुविधाएं अब तेजी से उपलब्ध करवाई जा रही हैं। इस प्रक्रिया में पारदर्शिता, गुणवत्ता और स्थायित्व को प्राथमिकता दी जा रही है। *विद्यालय विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम:-* कार्यक्रम जिला सह प्रभारी हेमराज मीणा ने जानकारी दी कि राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पट्टी कला बामनवास को भामाशाह द्वारा प्रदान 10 लाख रुपए की राशि एवं मुख्यमंत्री जनसहभागिता विद्यालय विकास योजना अंतर्गत राज्य सरकार से प्राप्त 60 प्रतिशत अंशदान राशि 15 लाख रुपये सहित कुल 25 लाख रुपए की राशि विद्यालय को प्राप्त होगी। विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समिति द्वारा 25 लाख रुपये की इस राशि से विद्यालय में दो आधुनिक हॉल कक्षा कक्ष, बरामदा, नवीन शौचालय निर्माण सहित अन्य आधारभूत भौतिक सुविधाओं का विकास किया जाएगा। इससे विद्यालय में अध्ययनरत छात्रों को बेहतर शिक्षण वातावरण मिलेगा और शिक्षक भी सुविधाजनक ढंग से शिक्षण कार्य कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि यह पहल न केवल सरकारी संसाधनों पर निर्भरता को कम करती है, बल्कि स्थानीय समुदाय को शिक्षा की उन्नति में सक्रिय भागीदारी का अवसर भी देती है। *एक मॉडल बन रहा है ‘भविष्य की उड़ान’ कार्यक्रम:-* भविष्य की उड़ान अभिनव कार्यक्रम धीरे-धीरे जिले में एक मॉडल के रूप में उभर रहा है, जिसके अंतर्गत न केवल विद्यालयों की अवस्थापना में सुधार किया जा रहा है, बल्कि बच्चों को डिजिटल शिक्षा से भी जोड़ा जा रहा है। यह कार्यक्रम छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी तैयार कर रहा है और नवाचार को प्रोत्साहित कर रहा है। योजना न केवल विद्यालय के भौतिक विकास में सहायक हो रही है, बल्कि यह जनसहभागिता की भावना को भी सशक्त बना रही है। शिक्षा विभाग, जिला प्रशासन और समाज के साझा प्रयासों से जिले की शैक्षिक तस्वीर में सकारात्मक परिवर्तन संभव हो रहा है। यह पहल अन्य विद्यालयों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन रही है। इस दौरान सहायक निदेशक कालूराम बैरवा सहित शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने विद्यालय के लिए प्राप्त इस विकास अनुदान का स्वागत किया और शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव की दिशा में इसे एक महत्वपूर्ण कदम बताया। फोटो कैप्शन:- 12 पीआरओं 3 जिला कलक्टर शुभम चौधरी को चैक सुपुर्द करते हुए। —000—

*राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पट्टी कला को भौतिक विकास हेतु मिलेगा 25 लाख का विकास अनुदान,* *भविष्य की उड़ान योजना बनी प्रेरणा* *सवाई माधोपुर, 12 मई।* जिले के राजकीय विद्यालयों की आधारभूत संरचना को मजबूत बनाने के लिए शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन के संयुक्त प्रयास रंग ला रहे हैं। जिला कलक्टर शुभम चौधरी द्वारा प्रारंभ किए गए अभिनव कार्यक्रम ‘भविष्य की उड़ान’ से प्रेरणा लेते हुए राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पट्टी कला बामनवास में जनसहयोग से ज्ञान संकल्प पोर्टल के माध्यम से प्राप्त की गई राशि का चैक मुख्यमंत्री जनसहभागिता विद्यालय विकास योजनान्तर्गत अंशदान जमा करवाने हेतु प्रधानाचार्य कालूराम मीणा द्वारा जिला कलक्टर शुभम चौधरी को मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कृष्णा शर्मा, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक समग्र शिक्षा दिनेश कुमार गुप्ता एवं अन्य अधिकारीगण की उपस्थिति में सौंपा गया। *जनभागीदारी से शिक्षा में बदलाव:-* एडीपीसी दिनेश कुमार गुप्ता ने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में आमजन की भागीदारी सुनिश्चित करने और विद्यालयों की आधारभूत सुविधाओं को बेहतर बनाने हेतु जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग द्वारा ‘भविष्य की उड़ान’ कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत जिले के विभिन्न विद्यालयों में जनसहयोग एवं राज्य सरकार के माध्यम से परिवर्तनकारी कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जनसहभागिता विद्यालय विकास योजना के साथ भविष्य की उड़ान कार्यक्रम के संयोजन से जिले में शिक्षा क्षेत्र में व्यापक सुधार हो रहे हैं। विद्यालयों में स्मार्ट कक्षाएं, पुस्तकालय, शौचालय, पेयजल, फर्नीचर जैसी मूलभूत सुविधाएं अब तेजी से उपलब्ध करवाई जा रही हैं। इस प्रक्रिया में पारदर्शिता, गुणवत्ता और स्थायित्व को प्राथमिकता दी जा रही है। *विद्यालय विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम:-* कार्यक्रम जिला सह प्रभारी हेमराज मीणा ने जानकारी दी कि राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पट्टी कला बामनवास को भामाशाह द्वारा प्रदान 10 लाख रुपए की राशि एवं मुख्यमंत्री जनसहभागिता विद्यालय विकास योजना अंतर्गत राज्य सरकार से प्राप्त 60 प्रतिशत अंशदान राशि 15 लाख रुपये सहित कुल 25 लाख रुपए की राशि विद्यालय को प्राप्त होगी। विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समिति द्वारा 25 लाख रुपये की इस राशि से विद्यालय में दो आधुनिक हॉल कक्षा कक्ष, बरामदा, नवीन शौचालय निर्माण सहित अन्य आधारभूत भौतिक सुविधाओं का विकास किया जाएगा। इससे विद्यालय में अध्ययनरत छात्रों को बेहतर शिक्षण वातावरण मिलेगा और शिक्षक भी सुविधाजनक ढंग से शिक्षण कार्य कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि यह पहल न केवल सरकारी संसाधनों पर निर्भरता को कम करती है, बल्कि स्थानीय समुदाय को शिक्षा की उन्नति में सक्रिय भागीदारी का अवसर भी देती है। *एक मॉडल बन रहा है ‘भविष्य की उड़ान’ कार्यक्रम:-* भविष्य की उड़ान अभिनव कार्यक्रम धीरे-धीरे जिले में एक मॉडल के रूप में उभर रहा है, जिसके अंतर्गत न केवल विद्यालयों की अवस्थापना में सुधार किया जा रहा है, बल्कि बच्चों को डिजिटल शिक्षा से भी जोड़ा जा रहा है। यह कार्यक्रम छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी तैयार कर रहा है और नवाचार को प्रोत्साहित कर रहा है। योजना न केवल विद्यालय के भौतिक विकास में सहायक हो रही है, बल्कि यह जनसहभागिता की भावना को भी सशक्त बना रही है। शिक्षा विभाग, जिला प्रशासन और समाज के साझा प्रयासों से जिले की शैक्षिक तस्वीर में सकारात्मक परिवर्तन संभव हो रहा है। यह पहल अन्य विद्यालयों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन रही है। इस दौरान सहायक निदेशक कालूराम बैरवा सहित शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने विद्यालय के लिए प्राप्त इस विकास अनुदान का स्वागत किया और शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव की दिशा में इसे एक महत्वपूर्ण कदम बताया। फोटो कैप्शन:- 12 पीआरओं 3 जिला कलक्टर शुभम चौधरी को चैक सुपुर्द करते हुए। ---000---

*राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पट्टी कला को भौतिक विकास हेतु मिलेगा 25 लाख का विकास अनुदान,* *भविष्य की उड़ान योजना बनी प्रेरणा*
*सवाई माधोपुर, 12 मई।* जिले के राजकीय विद्यालयों की आधारभूत संरचना को मजबूत बनाने के लिए शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन के संयुक्त प्रयास रंग ला रहे हैं। जिला कलक्टर शुभम चौधरी द्वारा प्रारंभ किए गए अभिनव कार्यक्रम ‘भविष्य की उड़ान’ से प्रेरणा लेते हुए राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पट्टी कला बामनवास में जनसहयोग से ज्ञान संकल्प पोर्टल के माध्यम से प्राप्त की गई राशि का चैक मुख्यमंत्री जनसहभागिता विद्यालय विकास योजनान्तर्गत अंशदान जमा करवाने हेतु प्रधानाचार्य कालूराम मीणा द्वारा जिला कलक्टर शुभम चौधरी को मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कृष्णा शर्मा, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक  समग्र शिक्षा दिनेश कुमार गुप्ता एवं अन्य अधिकारीगण की उपस्थिति में सौंपा गया।
*जनभागीदारी से शिक्षा में बदलाव:-* एडीपीसी दिनेश कुमार गुप्ता ने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में आमजन की भागीदारी सुनिश्चित करने और विद्यालयों की आधारभूत सुविधाओं को बेहतर बनाने हेतु जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग द्वारा ‘भविष्य की उड़ान’ कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत जिले के विभिन्न विद्यालयों में जनसहयोग एवं राज्य सरकार के माध्यम से परिवर्तनकारी कार्य किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जनसहभागिता विद्यालय विकास योजना के साथ भविष्य की उड़ान कार्यक्रम के संयोजन से जिले में शिक्षा क्षेत्र में व्यापक सुधार हो रहे हैं। विद्यालयों में स्मार्ट कक्षाएं, पुस्तकालय, शौचालय, पेयजल, फर्नीचर जैसी मूलभूत सुविधाएं अब तेजी से उपलब्ध करवाई जा रही हैं। इस प्रक्रिया में पारदर्शिता, गुणवत्ता और स्थायित्व को प्राथमिकता दी जा रही है।
*विद्यालय विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम:-* कार्यक्रम जिला सह प्रभारी हेमराज मीणा ने जानकारी दी कि राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पट्टी कला बामनवास को भामाशाह द्वारा प्रदान 10 लाख रुपए की राशि एवं मुख्यमंत्री जनसहभागिता विद्यालय विकास योजना अंतर्गत राज्य सरकार से प्राप्त 60 प्रतिशत अंशदान राशि 15 लाख रुपये सहित कुल 25 लाख रुपए की राशि विद्यालय को प्राप्त होगी। विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समिति द्वारा 25 लाख रुपये की इस राशि से विद्यालय में दो आधुनिक हॉल कक्षा कक्ष, बरामदा, नवीन शौचालय निर्माण सहित अन्य आधारभूत भौतिक सुविधाओं का विकास किया जाएगा। इससे विद्यालय में अध्ययनरत छात्रों को बेहतर शिक्षण वातावरण मिलेगा और शिक्षक भी सुविधाजनक ढंग से शिक्षण कार्य कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि यह पहल न केवल सरकारी संसाधनों पर निर्भरता को कम करती है, बल्कि स्थानीय समुदाय को शिक्षा की उन्नति में सक्रिय भागीदारी का अवसर भी देती है।
*एक मॉडल बन रहा है ‘भविष्य की उड़ान’ कार्यक्रम:-* भविष्य की उड़ान अभिनव कार्यक्रम धीरे-धीरे जिले में एक मॉडल के रूप में उभर रहा है, जिसके अंतर्गत न केवल विद्यालयों की अवस्थापना में सुधार किया जा रहा है, बल्कि बच्चों को डिजिटल शिक्षा से भी जोड़ा जा रहा है। यह कार्यक्रम छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी तैयार कर रहा है और नवाचार को प्रोत्साहित कर रहा है। योजना न केवल विद्यालय के भौतिक विकास में सहायक हो रही है, बल्कि यह जनसहभागिता की भावना को भी सशक्त बना रही है। शिक्षा विभाग, जिला प्रशासन और समाज के साझा प्रयासों से जिले की शैक्षिक तस्वीर में सकारात्मक परिवर्तन संभव हो रहा है। यह पहल अन्य विद्यालयों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन रही है।
इस दौरान सहायक निदेशक कालूराम बैरवा सहित शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने विद्यालय के लिए प्राप्त इस विकास अनुदान का स्वागत किया और शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव की दिशा में इसे एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
फोटो कैप्शन:- 12 पीआरओं 3 जिला कलक्टर शुभम चौधरी को चैक सुपुर्द करते हुए।
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*राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पट्टी कला को भौतिक विकास हेतु मिलेगा 25 लाख का विकास अनुदान,* *भविष्य की उड़ान योजना बनी प्रेरणा*
*सवाई माधोपुर, 12 मई।* जिले के राजकीय विद्यालयों की आधारभूत संरचना को मजबूत बनाने के लिए शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन के संयुक्त प्रयास रंग ला रहे हैं। जिला कलक्टर शुभम चौधरी द्वारा प्रारंभ किए गए अभिनव कार्यक्रम ‘भविष्य की उड़ान’ से प्रेरणा लेते हुए राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पट्टी कला बामनवास में जनसहयोग से ज्ञान संकल्प पोर्टल के माध्यम से प्राप्त की गई राशि का चैक मुख्यमंत्री जनसहभागिता विद्यालय विकास योजनान्तर्गत अंशदान जमा करवाने हेतु प्रधानाचार्य कालूराम मीणा द्वारा जिला कलक्टर शुभम चौधरी को मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कृष्णा शर्मा, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक समग्र शिक्षा दिनेश कुमार गुप्ता एवं अन्य अधिकारीगण की उपस्थिति में सौंपा गया।
*जनभागीदारी से शिक्षा में बदलाव:-* एडीपीसी दिनेश कुमार गुप्ता ने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में आमजन की भागीदारी सुनिश्चित करने और विद्यालयों की आधारभूत सुविधाओं को बेहतर बनाने हेतु जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग द्वारा ‘भविष्य की उड़ान’ कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत जिले के विभिन्न विद्यालयों में जनसहयोग एवं राज्य सरकार के माध्यम से परिवर्तनकारी कार्य किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जनसहभागिता विद्यालय विकास योजना के साथ भविष्य की उड़ान कार्यक्रम के संयोजन से जिले में शिक्षा क्षेत्र में व्यापक सुधार हो रहे हैं। विद्यालयों में स्मार्ट कक्षाएं, पुस्तकालय, शौचालय, पेयजल, फर्नीचर जैसी मूलभूत सुविधाएं अब तेजी से उपलब्ध करवाई जा रही हैं। इस प्रक्रिया में पारदर्शिता, गुणवत्ता और स्थायित्व को प्राथमिकता दी जा रही है।
*विद्यालय विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम:-* कार्यक्रम जिला सह प्रभारी हेमराज मीणा ने जानकारी दी कि राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पट्टी कला बामनवास को भामाशाह द्वारा प्रदान 10 लाख रुपए की राशि एवं मुख्यमंत्री जनसहभागिता विद्यालय विकास योजना अंतर्गत राज्य सरकार से प्राप्त 60 प्रतिशत अंशदान राशि 15 लाख रुपये सहित कुल 25 लाख रुपए की राशि विद्यालय को प्राप्त होगी। विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समिति द्वारा 25 लाख रुपये की इस राशि से विद्यालय में दो आधुनिक हॉल कक्षा कक्ष, बरामदा, नवीन शौचालय निर्माण सहित अन्य आधारभूत भौतिक सुविधाओं का विकास किया जाएगा। इससे विद्यालय में अध्ययनरत छात्रों को बेहतर शिक्षण वातावरण मिलेगा और शिक्षक भी सुविधाजनक ढंग से शिक्षण कार्य कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि यह पहल न केवल सरकारी संसाधनों पर निर्भरता को कम करती है, बल्कि स्थानीय समुदाय को शिक्षा की उन्नति में सक्रिय भागीदारी का अवसर भी देती है।
*एक मॉडल बन रहा है ‘भविष्य की उड़ान’ कार्यक्रम:-* भविष्य की उड़ान अभिनव कार्यक्रम धीरे-धीरे जिले में एक मॉडल के रूप में उभर रहा है, जिसके अंतर्गत न केवल विद्यालयों की अवस्थापना में सुधार किया जा रहा है, बल्कि बच्चों को डिजिटल शिक्षा से भी जोड़ा जा रहा है। यह कार्यक्रम छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी तैयार कर रहा है और नवाचार को प्रोत्साहित कर रहा है। योजना न केवल विद्यालय के भौतिक विकास में सहायक हो रही है, बल्कि यह जनसहभागिता की भावना को भी सशक्त बना रही है। शिक्षा विभाग, जिला प्रशासन और समाज के साझा प्रयासों से जिले की शैक्षिक तस्वीर में सकारात्मक परिवर्तन संभव हो रहा है। यह पहल अन्य विद्यालयों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन रही है।
इस दौरान सहायक निदेशक कालूराम बैरवा सहित शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने विद्यालय के लिए प्राप्त इस विकास अनुदान का स्वागत किया और शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव की दिशा में इसे एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
फोटो कैप्शन:- 12 पीआरओं 3 जिला कलक्टर शुभम चौधरी को चैक सुपुर्द करते हुए।
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